द इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स वाक्य
उच्चारण: [ d inetrepriteshen auf derimes ]
उदाहरण वाक्य
- इस विषय पर हुए मौलिक कार्यों में से एक सिगमंड फ्रायड की द इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स है.
- मशहूर मनोवैज्ञानिक फ्रायड की प्रसिद्ध पुस्तक द इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स के अनुसार सपने दो तरह के होते हैं-पहले वो जो साफ दिखते हैं एवं उनका रोज के जीवन से सीधा संबन्ध होता है।
- यह उनकी पुस्तक द इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स (दिए ट्रॉमडेउटुंग ; शाब्दिक अर्थ “स्वप्न-व्याख्या”) जो पहली बार 1899 में प्रकाशित हुई थी (लेकिन दिनांकित 1900) में था, कि सिगमंड फ्रायड ने पहली बार यह तर्क दिया था कि सभी सपनों की विषय-वस्तु की प्रेरणा कामनापूर्ति है और स्वप्न देखे जाने का उत्प्रेरक प्रायः स्वप्न से पिछले दिन की घटनाओं में पाया जा सकता है, जिसे उन्होंने “दिवस अवशेष” कहा. बहुत छोटे बच्चों के मामले में फ्रायड ने दावा किया, यह आसानी से देखा जा सकता था कि छोटे बच्चे सीधी तरह से पिछले दिन (“स्वप्न दिन”)